ग्राम सोहनगढ़ स्थित खेत पर बने मकान से शराब बनाने की फैक्ट्री संचालित करने में मौके से पकडे गए आरोपित मोइन खां की पुलिस को करीब सवा दो माह पहले इंदौर-नीमच हाईवे पर रिंगनोद थाना क्षेत्र के माननखेड़ा चौराहे के समीप पलटे शराब से भरे वाहन मामले में भी तलाश थी। उसकी गिरफ्तारी पर दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। वह फरारी में ही सोहनगढ़ में शराब फैक्ट्री चला रहा था तथा पलटे वाहन में भी इसी फैक्ट्री की शराब भरी हुई थी।
एसपी गौरव तिवारी ने सोमवार को पत्रकारवार्ता में बताया कि शराब परिवहन में वाहन चालक को आरोपित यह पता नहीं चलने देते थे कि फैक्ट्री कहां है। उनके लोग फैक्ट्री से काफी दूर अन्य स्थान पर ही चालक से वाहन लेकर फैक्ट्री ले जाकर शराब भरते तथा फिर चालक को वाहन लाकर दे देते थे। वे ज्यादा समय तक एक स्थान पर फैक्ट्री नहीं चलाते थे। प्रदेश की सीमाओं के पास सुनसान इलाकों में भी शराब बनाने की जानकारी भी मिली है।
एसपी तिवारी ने बताया कि फरार आरोपियो जीवनसिंह, रणजीतसिंह, शादाब, सादिक, जावेद व अनोखीलाल की गिरफ्तारी पर दस-दस हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। जीवनसिंह पर जानलेवा हमले के मामले में भी पहले से दस हजार रुपये का इनाम घोषित है।
आरोपी मोइन के खिलाफ जावरा औद्योगिक क्षेत्र व रिंगनोद थाने पर मादक पदार्थ व शराब के तीन प्रकरण दर्ज हैं। वहीं जीवनसिंह के खिलाफ शराब, मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट, जानलेवा हमला आदि के आठ मामले विभिन्ना थानों पर दर्ज हैं। पूर्व में उस पर जिलाबदर, धारा 110 व 151, 107, 116 के तहत भी कार्रवाई की थी। रणजीतसिंह के खिलाफ शराब, धोखाधड़ी, मारपीट आदि के छह मामले दर्ज हैं। अन्य आरोपियो का भी आपराधिक रिकार्ड खंगाला जा रहा है। अक्टूबर 2020 में ग्राम झर में पकड़ी गई अवैध शराब फैक्ट्री के तार सोहनगढ़ में शराब बनाने वालों से जुड़े है या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है।