प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया, भूमि पूजन के अवसर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के समय किस तरह से एक लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में भारत के अस्तित्व पर संदेह जताया गया था। अशिक्षा, गरीबी, सामाजिक विविधता सहित कई तर्कों के साथ ये भविष्यवाणी कर दी गई थी कि भारत में लोकतंत्र असफल हो जाएगा
पीएम मोदी जैसे आज इंडिया गेट से आगे नेशनल वॉर मेमोरियल ने नई पहचान बनाई है, वैसे ही संसद का नया भवन अपनी पहचान स्थापित करेगा। आने वाली पीढ़ियां नए संसद भवन को देखकर गर्व करेंगी कि ये स्वतंत्र भारत में बना है। आजादी के 75 वर्ष का स्मरण करके इसका निर्माण हुआ है।
इस कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, केंद्रीय मंत्रियों और कई देशों के राजदूत शामिल हुए। भूमि पूजन के बाद 1:30 बजे सर्वधर्म प्रार्थना हुई। नया संसद भवन कई मायने में खास बनने जा रहा है। इसे बनाने में 900 करोड़ से अधिक रुपए खर्च होंगे। नए संसद भवन को प्रदूषण मुक्त और पेपरलेस ऑफिस से सुसज्जित किया जाएगा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लिए लोकतंत्र जीवन मूल्य है, जीवन पद्धति है, राष्ट्र जीवन की आत्मा है। पीएम ने कहा कि भारत का लोकतंत्र, सदियों के अनुभव से विकसित हुई व्यवस्था है। भारत के लिए लोकतंत्र में, जीवन मंत्र भी है, जीवन तत्व भी है और साथ ही व्यवस्था का तंत्र भी है।