जबलपुर के मझौली थाना अंतर्गत सोमा खुर्द गांव में शुक्रवार देर रात एक महिला ने पहले अपने दो मासूम बच्चो को जहर दिया। उसके बाद स्वयं जहर खा लिया। गंभीर हालत में महिला और दोनों बच्चों को 108 एंबुलेंस से मझौली सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां तीनों की हालत नाजुक होने पर डॉक्टर ने उन्हें मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान तीनों की मौत हो गई। घटना के बाद मझौली पुलिस मौके पर पहुंची और घर के कमरे से सल्फास की शीशी जप्त कर ली है। साथ ही कमरे को सील कर दिया गया है।
पुलिस के अनुसार मझौली के ग्राम सोमा खुर्द में अनुराधा चौबे (35 )अपने दो बच्चों कान्हा (08) और प्रद्युम्न (07) अपनी सास मीना चौबे (50) के साथ रहती थी। कुछ दिनों अनुराधा का देवर सतीश (24) बाहर काम करता था आकर रहने लगा था। पुलिस के अनुसार शुक्रवार शाम को अनुराधा ने खाना बनाया सास देवर और बच्चों को खाना देने के बाद उसने स्वयं खाना खाया और बर्तन साफ करने के बाद बच्चों को साथ में लेकर कमरे में सोने चली गई। सास मीना बाहर आंगन में सो रही थी। रात करीब 12:30 बजे के लगभग उसे कमरे से उल्टी होने की आवाजें आई। उसने बेटे सतीश को आवाज लगाई और दोनों कमरे के अंदर पहुंचे।
बच्चे कर रहे थे उल्टियां— कमरे में बहू अनुराधा बेहोश पड़ी थी उसके बच्चे कान्हा और प्रद्युम्न उल्टियां कर रहे थे। सतीश ने तुरंत 108 एंबुलेंस को फोन किया और तीनों को मझौली अस्पताल लेकर पहुंचा। तीनों की हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया, जहां तीनों की देर रात मौत हो गई।
एक वर्ष पूर्व हुई थी पति की मौत-जानकारी के अनुसार मुताबिक अनुराधा चौबे के पति अरविंद चौबे की करीब साल भर पहले बीमारी के कारण मौत हो गई थी। तब से अनुराधा अवसाद में रहती थी। 6 एकड़ जमीन को सिकमी में दे दिया करते थे, जिससे पूरा परिवार भरण पोषण करता था। मौके पर पहुंची मझौली पुलिस में कमरे से सल्फास की डिब्बी जप्त कर ली है, साथ ही कमरे को सील कर दिया है।
जांच की जा रही- मझौली थाना प्रभारी समीर खान के अनुसार कमरे के अंदर से सल्फास की डिब्बी मिली है, जिसे जप्त कर कमरे को सील कर दिया है। गढ़ा थाने से केस डायरी आने के बाद मर्ग कायम कर मामले की जांच की जाएगी।