देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराज यशवंतराव चिकित्सालय में एक कैदी के फरार होने का मामला सामने आया है। कैदी की तबीयत खराब होने पर पुलिस उसे रात में एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची थी। जहां कैदी बाथरूम जाने के बहाने भीतर गया और खिड़की की जाली तोड़कर हथकड़ी सहित भाग निकला। काफी देर तक बाथरूम से बाहर नहीं आने पर पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो कैदी नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे एमजी रोड से घेराबंदी कर पकड़ा।
मिली जानकारी अनुसार जितेंद्र पिता धीरज कुमावत निवासी राज नगर एक आपराधिक मामले में सेंट्रल जेल में बंद था। शुक्रवार को तबीयत खराब होने पर पुलिस रात में उसे लेकर एमवाय अस्पताल पहुंची थी। एमवाय में कैदियों के लिए एक स्पेशल वार्ड बनाया गया, जहां 24 घंटे पुलिस की तैनाती रहती है। यहां उसने साथ आए पुलिसकर्मियों से बाथरूम जाने की बात कही। इस पर जवानों ने उसे हथकड़ी सहित बाथरूम में भेज दिया। काफी देर तक वह बाथरूम से बाहर नहीं निकला तो पुलिसकर्मियों ने आवाज लगाई, लेकिन भीतर से कोई आवाज नहीं आई।
जब जवानों ने दरवाजा तोड़ा तो वह भीतर नहीं मिला। छानबीन में यहां लगी खिड़की की जाली निकली थी और कैदी इसी जाली के रास्ते पुलिस से दूर जा चुका था। इस पर जवानों ने तत्काल आलाधिकारियों को जानकारी देते हुए सीसीटीवी चेक किए। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कई टीमें शहर में उतार दी। देर रात आरोपी को एमजी रोड से घेराबंदी कर पकड़ लिया और उसे संयोगितागंज थाने ले जाया गया। अधिकारी पूरे मामले में जांच के बाद ही कुछ कहने की बात कह रहे हैं। वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि मामले में दोषी पुलिस जवानों पर भी कार्रवाई की जाएगी।