कन्नौज। उत्तर प्रदेश के कन्नौज में शुक्रवार रात सड़क हादसे में एसी बस और ट्रक की टक्कर हो गई। आमने-सामने की टक्कर के बाद बस और ट्रक दोनों में आग लग गई। हादसे में 20 लोगों के जिंदा जलने की आंशका है। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि 8-10 शव बरामद हुए हैं। लेकिन वे पूरी तरह जल चुके हैं। डीएनए टेस्ट के बाद ही मरने वालों का सही आंकड़ा मिल पाएगा। बस में करीब 43 यात्री सवार थे, जिसमें से 25 बाहर आ पाए। इनमें 23 अस्पताल में भर्ती है जबकि दो सुरक्षित हैं। बस फर्रुखाबाद से जयपुर जा रही थी। टक्कर लगने और आग लगने के दौरान बस में सवार एक यात्री रामप्रकाश बमुश्किल खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई। मैं स्लीपर बस में नीचे की सीट पर बैठा हुआ था। जब ट्रक से टक्कर हुई थी उस समय बस की स्पीड 50-60 किमी/प्रति घंटा के आसपास रही होगी। ट्रक से टक्कर के बाद अचानक तेज झटका लगा। कुछ समझ पाते इसी दौरान बस में आग लगने की बात लोग सवारियां चिल्लाने लगी। मुझे कुछ समझ ही नहीं आया। मैं खिड़की की तरफ बैठा था। मैंने आग की कुछ लपटें देखी इसके बाद मैं नीचे कूदने लगा। मैं घबराहट में था, बस समझ लीजिए, किसी तरह बस की खिड़की से कूदकर बाहर आया। अगर थोड़ी सी भी देर हो जाती तो शायद मैं भी मर जाता। बस में एक के बाद एक तीन विस्फोट से आग लगने के बाद बस में सवार लोग चिल्ला रहे थे। मैं खिड़की से कूदकर दूर जाकर खड़ा गया। कुछ और यात्री दरवाजे और खिड़कियों से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे थे। अंधेरा और आग में कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। इसी बीच बस में एक विस्फोट हुआ, इसके बाद बस में लगी आग तेज हो गई। कुछ ही देर में फिर से एक के बाद एक और दो धमाके हुए। यह धमाके किस चीज के थे यह पता नहीं। लेकिन, उन धमाकों के बाद बस पूरी तरह से आग की लपटों में घिर चुकी थी। इसके बाद सवारियों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिल सका।