बिल्लम बावजी के दरबार में उमड़ा कुंवारों का सैलाब, शादी की मन्नतें मांगी
जावद। कुंवारों के देवता बिल्लम बावजी के दरबार में रविवार को आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। 1000 से अधिक कुंवारे युवक-युवतियों ने दर्शन कर जल्द शादी होने की मन्नत मांगी, वहीं 40 से ज्यादा जोड़े अपनी मन्नत पूरी होने के बाद दर्शन करने पहुंचे।
देशभर से पहुंच रहे श्रद्धालु-
बिल्लम बावजी की महिमा केवल मध्यप्रदेश और राजस्थान तक ही सीमित नहीं है, बल्कि देश के अन्य राज्यों से भी कुंवारे युवक-युवतियां यहां दर्शन के लिए आ रहे हैं। यह पवित्र स्थल नीमच जिले के जावद में स्थित है, जहां रंगपंचमी से रंगतेरस तक विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।
बिल्लम बावजी: कुंवारों के देवता-
धानमंडी के व्यापारी कुलदीप बोहरा, रिंकू गोयल और राजेश सोनी ने बताया कि श्री रिद्धि-सिद्धि गणपति मंदिर में स्थापित बिल्लम बावजी की मूर्ति चमत्कारिक मानी जाती है। वर्षों पहले यहां श्रद्धालुओं की संख्या कम थी, लेकिन समय के साथ लोगों की मनोकामनाएं पूरी होने लगीं, जिससे यह स्थल प्रसिद्ध हो गया।
हर साल बढ़ रही भीड़-
अश्विन सोनी के अनुसार, पिछले वर्ष लगभग 1500 कुंवारे दर्शन के लिए आए थे, जिनमें से 500 से अधिक लोगों की शादी हो चुकी है। इस वर्ष दर्शन करने वालों की संख्या दोगुनी हो गई है।
मन्नत पूरी होने के बाद आभार जताने पहुंचे श्रद्धालु-
एक श्रद्धालु, जो अपनी पत्नी के साथ बिल्लम बावजी के दर्शन करने आया था, ने बताया कि उसकी शादी की मन्नत पूरी हो गई है और अब वह आभार जताने आया है। इसी तरह, कई अन्य जोड़े भी दर्शन कर अपनी श्रद्धा व्यक्त कर रहे हैं।
कुंवारों के लिए आस्था और विश्वास का केंद्र-
बिल्लम बावजी का यह स्थल अब कुंवारों के लिए एक चमत्कारिक देवस्थान बन चुका है। न केवल युवक-युवतियां बल्कि उनके माता-पिता और परिजन भी यहां आकर विवाह की मन्नत मांगते हैं। वर्षों से हजारों लोग यहां आकर अपना जीवनसाथी पाने की कामना कर चुके हैं और उनकी इच्छाएं पूरी भी हुई हैं। यही कारण है कि बिल्लम बावजी को भक्त ‘कुंवारों के देवता’ के रूप में पूजते हैं।