अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला अधिकारियों का सम्मान
जावद। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं की उपलब्धियों और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन महिलाओं के शासकीय विभागों, समाज, राजनीति, अर्थव्यवस्था और विज्ञान जैसे विभिन्न क्षेत्रों में दिए गए महत्वपूर्ण योगदान को सम्मान देने का दिन है। महिलाओं को समान अवसर, सम्मान और स्वतंत्रता प्रदान करना समाज की जिम्मेदारी है। वर्तमान समय में भी कई स्थानों पर महिलाएं भेदभाव, असमानता और हिंसा का सामना कर रही हैं, जिसे समाप्त करने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा। महिलाओं का सशक्तिकरण केवल सामाजिक आवश्यकता ही नहीं, बल्कि एक प्रगतिशील समाज की पहचान भी है। जब महिलाओं को शिक्षा, रोजगार और निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिलती है, तो पूरा समाज प्रगति करता है।
जावद में तीन महिला अधिकारी दे रही हैं सेवाएं
जावद उपखंड मुख्यालय पर एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार के पदों पर तीनों महिला अधिकारी पदस्थ हैं, जो अपने कार्य के प्रति सजग और समर्पित हैं। मंगलवार को जनसुनवाई हो या अन्य विभागीय कार्य, अधिकारी नियमानुसार जनता के कार्यों का निष्पादन कर रही हैं। इन अधिकारियों ने विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को संदेश दिया कि वे बेहतर शिक्षा प्राप्त करें और आगे बढ़ें। मेहनत और सकारात्मक सोच के साथ हर चुनौती का सामना करें, सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।
प्रीति संघवी - एसडीएम जावद प्रीति संघवी का जन्म 13 नवंबर 1988 को जावरा में हुआ। वर्ष 2014 से शासकीय सेवा में रहते हुए, वे 2014 से 2016 तक सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर रहीं और फिर डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदोन्नत हुईं। वर्तमान में वे जावद एसडीएम के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने छात्राओं को संदेश दिया कि वे उच्च शिक्षा प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें और अपने सपनों को साकार करें।
मयूरी जोंक - तहसीलदार जावद मयूरी जोंक का जन्म 19 सितंबर 1996 को इंदौर में हुआ। वर्ष 2017 से 2024 तक पुलिस विभाग में सूबेदार के रूप में सेवा देने के बाद वे 2024 में डिप्टी कलेक्टर बनीं। वर्तमान में वे जावद तहसीलदार के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और हर कार्य को सम्मान के साथ करने का संदेश दिया।
मोनीका जैन - नायब तहसीलदार जावद मोनीका जैन का जन्म 11 मई 1992 को पिपलिया मंडी में हुआ। वे 2018 से राजस्व विभाग में शासकीय सेवा में हैं और वर्तमान में जावद में नायब तहसीलदार के रूप में सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि समाज में महिलाओं को आगे आना चाहिए और सकारात्मक सोच के साथ कठिन परिश्रम करना चाहिए। सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।
इन महिला अधिकारियों ने अपने समर्पण, मेहनत और सेवा के माध्यम से समाज में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत किया है।