जगह-जगह हुआ भक्तों का स्वागत, पालकी में विराजमान भगवान सांवलिया सेठ की भक्तों ने पूजा की अर्चना
नीमच। नीमच शहर से प्रातः 10 बजे गुरुद्वारा चौराहा से सांवलिया सेठ की पूजा अर्चना के साथ पैदल यात्रा शुरू हुई पैदल यात्रा में हजारों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने सांवलिया सेठ के जयकारे लगाए, तो नीमच शहर की धरती व गगन जयकारों के साथ गूंज उठा, बैंड बाजों और डीजे पर झूमते श्रद्धालु जैसे जैसे शहर के प्रमुख मार्गो से निकल रहे थे। शहरवासियों ने पूरे मार्ग पर जगह-जगह स्वल्पाहार व फूलों की वर्षा कर उनका उत्साह वर्धन कर रहे थे। जिस मार्ग से पदयात्रा निकली पूरा मार्ग श्रद्धालुओं से खचाखच भरा नजर आया।
श्रीसांवलिया मित्र मंडल नीमच के तत्वाधान व अविनाश ग्रुप के अरुल अशोक अरोरा मित्र मंडल द्वारा पैदल यात्रा मंगलवार सुबह 10 बजे गुरुद्वारा से प्रारंभ हुई। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के साथ बैंड बाजे, ढोल ढमाके, रथ डीजे के साथ श्रद्धालु झूमते गाते सांवलिया सेठ के दर्शनों के लिए रवाना हुए। इस अवसर पर सांवलिया मित्र मंडल के पदाधिकारी हाथ में ध्वजा लिए चल रहे थे। गोमाबाई मार्ग, कलेक्ट्रेट चौराहा होते हुए सांवलिया सेठ मंडफिया के लिए रवाना हुई। इस पदयात्रा में दूर दूर तक श्रद्धालु जयकारे लगाते झूमते गाते नजर आ रहे थे। इसी के चलते जिस मार्ग से पदयात्री निकले वह मार्ग सजा धजा स्वागत द्वारों से पटा नजर आया। बैंड बाजों व डीजे पर सांवरिया सेठ के मधुर भजनों की स्वर लहरियां बिखर रही थी। पैदल यात्रा में मध्यप्रदेश सहित राजस्थान के हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल थे।
मनमोहक, फूलों से सज्जित, आकर्षण का केंंद्र रहा सांवलिया सेठ का रथ-
समाजसेवी अशोक अरुल अरोरा व मित्रमंडल द्वारा आयोजित नीमच से मंडफिया सांवलिया सेठ पैदल यात्रा में भगवान सांवलिया सेठ रथ आकर्षण का केंद्र रहा। रथ में सवार भगवान सांवलिया सेठ का फूलों व आभूषणों से आकर्षक श्रृंगार किया गया। शहरवासी अपने अपने घरों से निकलकर सांवरिया सेठ की पूजा अर्चना और उनके दर्शन करने के लिए उमड़ रहे थे। जिस मार्ग से पैदल यात्रा निकल रही थी, लोग उस मार्ग पर दोनों साईड़ों में खड़े होकर फूलों की वर्षा के साथ ही जयकारे लगाते सांवलिया सेठ की एक झलक का इंतजार कर रहे थे। इस पैदल यात्रा का जगह जगह विभिन्न सामाजिक व राजनैतिक संगठनों ने जोरदार स्वागत किया व कईयों ने स्वल्पाहार भी भक्तों को दिया।
पेयजल से लेकर चिकित्सा सेवाएं एंबुलेंस भी थी उपलब्ध-
पैदलयात्रा में साथ चल रहे वाहनों में पेयजल से लेकर चिकित्सा तक की सुविधा साथ चल रही थी व एम्बुलेंस वाहन भी साथ में थे । हाथ में रंगारंग ध्वज साथ में लिए भक्तों का जोश देखने लायक था।