चौकड़ी के ग्रामीणो ने पुलिस को घेरा, किया प्रदर्शन, देर रात पंहुचे एएसपी की समझाइश के बाद शांत हुऐ ग्रामीण
Report By: Desk | 24, Jan 2025
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आरोपी को लेकर पंहुची पुलिस पर आक्रोशित हुऐ ग्रामीण, ग्रामीणों ने पुलिस के वाहनों को घेरा, रास्ता रोकने आगे-पीछे लगा दियं पत्थर

नीमच। डोडाचूरा तस्करी के प्रकरण को लेकर ग्रामीण आक्रोशित हुऐ है। ग्रामीणो ने पुलिस को घेरा, गाड़ी रोकी व जमकर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन देर रात चलता रहा व स्थल पर पंहुचे एएसपी की समझाइश के बाद शांत हुऐ। उल्लेखनीय है कि मनासा तहसील के गांव चौकड़ी में बुधवार को एनडीपीएस के एक प्रकरण में गिरफ्तार आरोपी को लेकर पुलिस पहुंची थी। आरोपी को डोडाचूरा उपलब्ध कराने वाले आरोपी की धरपकड़ के लिए पुलिस चौकड़ी पहुंची थी। पुलिसकर्मी तीन गाडिय़ों में सवार होकर चौकड़ी पहुंचे थे। ग्रामीणों ने पूछने के लिए रोकना चाहा तो पुलिस ने गाड़ी नहीं रोकी और तेज गति से गाड़ी निकाली। इससे ग्रामीणों का गुस्सा भडक़ गया। एक वाहन तो निकल गया, लेकिन ग्रामीणों ने पुलिस के दो वाहनों को चारों ओर से घेर लिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोप लगाए गए कि 29 किलोग्राम डोडाचूरा के प्रकरण को 54 किलो का बना दिया गया। अवैध वसूली करने पुलिस गांव आई है। सिंगोली पुलिस ने निलेश धाकड़ को डोडाचूरा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है।
सिंगोली पुलिस ने पकड़ा था डोडाचुरा—
प्राप्त जानकारी के अनुसार नीमच जिले की सिंगोली पुलिस ने सोमवार को अवैध रूप से डोडाचूरा का परिवहन करते ग्राम चौकड़ी निवासी नीलेश धाकड़ को गिरफ्तार किया था। उसके कब्जे से अवैध डोडाचूरा जब्त कर एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई की थी। पुलिस के अनुसार नीलेश धाकड़ के पास से 54 किलो डोडाचूरा मिला था। सिंगोली पुलिस की कार्रवाई पर ग्राम चौकड़ी के ग्रामीणों ने सवाल खड़े किए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने नीलेश धाकड़ को 29 किलो डोडाचूरा के साथ पकड़ा था। बाद में पुलिस ने 54 किलो डोडाचूरा का झूठा केस बना दिया। ग्रामीणों ने बताया कि झूठा केस बनाने के बाद बुधवार को नीलेश को लेकर पुलिस अवैध वसूली का मन बनाकर गांव में पहुंची थी। ग्रामीणों ने बातचीत के लिए पुलिस को रोका तो उन्होंने वाहनों को दौड़ा दिया।
ग्रामीणो के अनुसार बुधवार को तीन गाडिय़ों में सवार होकर पुलिसकर्मी गांव में आए थे। एक गाड़ी में नीलेश धाकड़ बैठा था, जिसे डोडाचूरा की तस्करी के मामले में पुलिस ने पकड़ा था। जबकि दो अन्य वाहनों में पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी थे। जब ग्रामीणों ने बातचीत के लिए पुलिस को रोका तो उन्होंने वाहन को दौड़ा दिया। नीलेश धाकड़ जिस गाड़ी में सवार था उसे तेजी से गांव से निकाला गया, जबकि दो वाहनों को किसानों ने घेर लिया। चौकड़ी गांव के लोगों ने बताया कि नीलेश धाकड़ जिस वाहन में सवार था, उस वाहन के ड्राइवर ने गाड़ी को इतना तेज दौड़ाया कि कई ग्रामीण वाहन की चपेट में आ गए। वाहन की चपेट में आने से ग्रामीणों के पैरों में गंभीर चोट आई है, जबकि टक्कर से कई दो पहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। ग्राम चौकड़ी में जांच के लिए पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने घेर लिया। पुलिस के वाहनों को रोककर ग्रामीणों ने एसपी साहब को मौके पर बुलाने की मांग की। साथ ही पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए संबंधित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। इस दौरान ग्रामीण न्याय करों की मांग पर अड़े रहे।
आरोपी को छुड़ाने का कर रहे थे प्रयास—
सूत्रो के अनुसार सिंगोली पुलिस ने जिस तस्कर को पकड़ा था उसे लेकर चौकड़ी गांव पहुंची थी उसकी निशानदेही पर डोडाचूरा देने वालों की शिनाख्त करना थी। तस्कर को छुड़ाने के लिए ग्रामीण जमा हो गए थे। ग्रामीणों के इस तरह हंगामा करने के पुलिस पर दबाव बनाना है। ग्रामीणों का कोई लीडर तो है नहीं जिससे बात की जा सके। पुलिस वाहनों को रोक लिया है। वाहनों के दोनों ओर पत्थर लगा दिए हैं जिससे वाहन आगे नहीं बढ़ सकें। पुलिसकर्मियों के कपड़े खोलने या वाहनों पर पत्थर फेंकने जैसे कोई घटना नहीं हुई है। ग्रामीण नशे में भी हैं। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक राकेश सगर के कार्यकाल में जब पुलिस टीम गांव में गई थी तब भी ग्रामीणों ने इस तरह से हंगामा किया था। हालांकि पुलिस पर मादक पदार्थ की मात्रा को 30 किलो से बढ़ाकर 60 किलो किए जाने के जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो निराधार है। मादक पदार्थ कम करने के लिए ही पुलिस पर आरोप लगते आए हैं। ग्रामीण जिस तस्कर को छुड़ाने के लिए इतना हंगामा कर रहे हैं उसे पुलिस टीम पहले ही सुरक्षित मौके से निकाल लिया था।


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