मध्य प्रदेश के समस्त नगरीय क्षेत्रों में कल 8 अप्रैल से आगामी आदेश तक प्रत्येक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रात का कर्फ्यू लागू रहेगा । वहींं प्रदेश के समस्त जिलों के नगरीय क्षेत्रों में आगामी आदेश तक प्रत्येक रविवार लॉकडाउन रहेगा। अब सप्ताह में पांच दिन खुलेंगे सरकारी कार्यालय।
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित हाई लेवल बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए ।सीएम शिवराज सिंह चौहान के साथ वरिष्ठ अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रदेश के समस्त शासकीय कार्यालय आगामी तीन माह तक सप्ताह में 5 दिन (सोमवार से शुक्रवार), प्रातः 10 से शाम 6 बजे तक लगेंगे, शनिवार रविवार शासकीय कार्यालय बंद रहेंगे ।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इंंदौर में कांग्रेस और भाजपा नेताओं के साथ बैठक की है। उन्होंने कोरोना का प्रसार रोकने के लिए सुझाव मांगे हैं। ताई ने कहा कि शहर में कोरोना संक्रमण के हालात गंभीर होते जा रहे हैं। लोगों को जल्द रेमेडिसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने का कर रहे प्रयास। लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए डाॅ हर्षवर्धन से भी की है बात। उन्होंंने कहा जागरूकता के साथ कठोर से कठोर कदम उठाने की भी है जरूरत। लाॅकडाउन का किया समर्थन करते हुए उन्होंने कहा- अगर घर बैठने की जरूरत पड़ी तो वह भी करेंगे। सभी से करना होगी चर्चा
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दूरभाष पर चर्चा की है। चर्चा के दौरान उन्होंने इंदौर में कोरोना की अद्यतन स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया है। सिलावट ने यह विशेष तौर पर अवगत कराया है कि इंदौर में रेमेडिसिविर इंजेक्शन और ऑक्सीजन के संबंध में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सिलावट ने कहा है कि इंदौर के हित में यदि कठोर निर्णय भी लेना पड़े तो यह उचित होगा।
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। राज्य में मंगलवार को 4083 मरीज मिले हैं वहीं अलग-अलग जिलों में 13 मरीजों की मौत हुई है। श्योपुर, भिंड और अनूपपुर को छोड़कर अन्य जिलों में 10 से ज्यादा मरीज मिले हैं। एक महीने मेंं मरीजों की संख्या 10 गुना बढ़ गई है। प्रदेश में 41 हजार सैंपल लिए गए, जबकि 33000 की जांच की गई। संक्रमण दर 12 फीसद रही।
आम जनता की सुविधा के लिए सरकार ने निजी अस्पतालों या जांच केन्द्रों पर विभिन्न प्रकार की जांचों की अधिकतम दरें तय की गई हैं। आरटीपीसीआर के 700 रुपये, रेपिड एन्टीजन टेस्ट के 300 रुपये, सी.टी. स्केन के 3 हजार रुपये, ए.बी.जी. टेस्ट के 600 रुपये, डी- डाईमर टेस्ट के 500 रुपये, प्रो-कैल्सीटोनिन टेस्ट के एक हजार रुपये, सी.आर.पी. टेस्ट के 200 रुपये, सीरम फैरिटिन टेस्ट के 180 रुपये और आई.एल.- 6 टेस्ट के एक हजार रुपये निर्धारित किए गए हैं। यदि घर से सेंपल लेना हो तो उसके लिए सभी श्रेणियों में 200 रुपये अतिरिक्त शुल्क लिया जा सकेगा।