इंदौर। इस बार शक्ति की उपासना के लिए उपासकों को श्राद्ध पक्ष के बाद 29 दिन इंतजार करना होगा। हर साल श्राद्ध पक्ष के समाप्त होने के अगले दिन शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि पर घट स्थापना होती है लेकिन इस बार तीन साल में एक बार आने वाले अधिकमास की वजह से ऐसा नहीं होगा। इसके चलते शारदीय नवरात्रि एक माह आगे खिसक गई है।
इस बार चातुर्मास के चार के बजाय पांच माह और दो अश्विन मास आने से नवरात्रि भी एक माह विलंब से मनाई जाएगी। 17 सितंबर को सर्वपितृमोक्ष अमावस्या पर श्राद्ध पक्ष समाप्त होगा। इस दिन ज्ञात-अज्ञात दिवंगतों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण किया जाएगा।
हर वर्ष इसके अगले दिन से माता के नौ स्वरूप की आराधना के पर्व शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होती है लेकिन इस बार 18 सितंबर से 29 दिनी अधिकमास लग जाएगा। यह 16 अक्टूबर तक रहेगा। इसलिए 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत होगी।