फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के भाजपा ज्वाइन करने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि इस तरह फिल्म अभिनेता राजनीतिक दलों में आते- जाते रहते हैं, उनसे कोई फर्क नहीं पड़ता है।
रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह निजी समारोह में हिस्सा लेने के लिए इंदौर पहुंचे थे। यहां रेसिडेंसी में प्रेस से चर्चा के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा-पश्चिम बंगाल में कांग्रेस, लेफ्ट फ्रंट के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। हमें वहां आशा के अनुरूप नतीजे मिलेंगे।
दिग्विजय सिंह ने इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मिथुन चक्रवर्ती आज आए हैं, कल चले जाएंगे। दिग्विजय सिंह ने ममता बनर्जी के खिलाफ खड़े किए गए भाजपा उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी के उस बयान का भी खंडन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी नहीं होते तो पश्चिम बंगाल बांग्लादेश का हिस्सा होता। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि 3 महीने पहले तक शुभेंदु अधिकारी कहां थे, जो अब चुनावी दौर में इस तरह की बातें कर रहे हैं।
बाबूलाल चौरसिया को लेकर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबूलाल चौरसिया पहले कांग्रेस में थे, जब उन्हें टिकिट नहीं दिया गया तो वह हिंदू महासभा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। उन्होंने हिंदू महासभा में रहते गोडसे की विचारधारा के बारे में जो कुछ कहा उससे वह सहमत नहीं है।
इसके साथ ही मध्य प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा द्वारा केरल और बंगाल को बचाने के लिए कुछ भी करने के बयान पर कहा कि भाजपा किसी प्रदेश और जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार नहीं बनाती है बल्कि व्यवसाय करती हैं। मध्यप्रदेश के लिहाज से भी यही हुआ जिस तरीके से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि यदि वापसी नहीं होती तो हम बर्बाद हो जाते। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस सरकार ने व्यापम और ई टेंडरिंग घोटाले सहित कई अन्य घोटालों को खोलना शुरू कर दिया था, उससे भाजपा घबरा गई थी और खरीद-फरोख्त की राजनीति कर मध्यप्रदेश में सरकार बना ली थी। ग्वालियर से निकलने वाली गोडसे यात्रा पर उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा भाजपा की समान विचारधारा वाली पार्टी है। यह लोग हिंसा की राजनीति करते हैं। कांग्रेस गोडसे की विचारधारा को सिरे से खारिज करती है। हम लोग गांधी के अनुयायी हैं।