जावद । वैसे तो प्रदेश का अंतिम विधानसभा क्षेत्र जावद कई क्षेत्रों में संपूर्ण देश में धीरे धीरे अग्रणी हो रहा है। वह दिन दूर नहीं जब देश के प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों, देश की प्रतिष्ठित शासकीय सेवाओ तथा राष्ट्रीय स्तर की जेईई, नीट और सीए परीक्षाओं के माध्यम से यहां के विद्यार्थी संपूर्ण देश में जावद का नाम आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में कार्य करते हुए रोशन करेंगे।
स्थानीय शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जावद के प्राचार्य एवं स्टाफ सदस्यों की कड़ी मेहनत एवं अनुशासन से विद्यालय प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। एक और जहां शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अथवा खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व अथवा विज्ञान के क्षेत्र में इंस्पायर मानक अवार्ड के माध्यम से संपूर्ण देश में चयनित होकर बाल वैज्ञानिक की उपलब्धि हो, यह सब इस विद्यालय की छात्राएं लगातार हासिल कर रही है।
संस्था के प्राचार्य मुकेश जैन ने जानकारी देते हुए बताया की विद्यालय के स्टाफ की एकजुटता तथा इन सब के कठोर परिश्रम के साथ-साथ अनुशासित कार्यशैली से विद्यालय हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। स्टाफ सदस्यों की विकासवादी सोच तथा नवाचार के प्रति उत्साह उन्हें नए कार्यों को करने के प्रति सदैव क्रियाशील रखता है।
13 अगस्त 2021 को माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा जैसे ही संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एनडीए परीक्षा में महिलाओं के लिए द्वार खोलने की बात कही तो उसी दिवस से यह तय किया गया की इस पहली बार की परीक्षा में विद्यालय से छात्राओं को प्रेरित कर और भविष्य के लिए इन्हें नींव के पत्थर के रूप में स्थापित करना होगा। प्राचार्य मुकेश जैन की पहल पर विद्यालय के शिक्षक यशवंत माली, तरुणा शक्तावत, नितिका तिवारी, व्यायाम शिक्षक कन्हैयालाल राठौर द्वारा तत्काल कक्षा बारहवीं की छात्राओं को इस परीक्षा में भाग लेने हेतु प्रेरित किया जाने लगा। विद्यालय द्वारा परीक्षा की तैयारी के लिए पुस्तकों के साथ-साथ कंप्यूटर पर भी शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई गई है। इसका परिणाम यह हुआ कि आज विद्यालय की 19 छात्राएं संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी की इस परीक्षा में सम्मिलित होने हेतु इंदौर तथा उदयपुर के केंद्रों पर जाकर परीक्षा दे रही है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा इन सभी छात्राओं के आवेदन पत्र भरने से लेकर प्रवेश पत्र, परीक्षा की तैयारी और परीक्षा केंद्र तक भेजने की व्यवस्थाएं भी की गई है। प्राचार्य मुकेश जैन ने एक जानकारी में बताया गया की पहली बार एनडीए की परीक्षा देने जा रही छात्राओं द्वारा सफलता प्राप्त की जाए अथवा नहीं यह उतना आवश्यक नहीं, किंतु निश्चित रूप से भविष्य में इन छात्राओं से परीक्षा का अनुभव अन्य छात्राओं को साझा होने पर सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।